पीजीआई में जल्द बनेगा करीब 500 करोड़ की लागत से न्यूरोसाइंस सेंटर

Neuroscience Center will soon be built in PGI at a cost of about Rs 500 crore

Neuroscience Center will soon be built in PGI at a cost of about Rs 500 crore

Neuroscience Center will soon be built in PGI at a cost of about Rs 500 crore- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I पीजीआई में जल्द ही मरीजों को कई उन्नत सुविधाएं देखने को मिलेंगी। यहां न केवल देश का उन्नत न्यूरोसाइंसेज सेंटर 495.31 करोड़ की लागत से बनने जा रहा है जिसमें 300-बेड की सुविधा होगी। उधर संस्थान में 300 बिस्तरों वाला उन्नत माँ और शिशु देखभाल केंद्र भी 2025 की शुरुआत में तैयार होने की पूरी आस है। आठ साल से लटकी हुई, पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च में नई ओपीडी के बगल में दूसरी मल्टी-लेवल पार्किंग भी वर्ष 2025 में पूरी होने जा रही है। इसकी अनुमानित लागत 63 करोड़ रुपये है। जो नई पार्किंग सुविधा स्थापित की जा रही है उसमें 26,000 वर्ग मीटर के अलावा एक बेसमेंट और सात मंजिलें हैं। प्रत्येक मंजिल पर 80 कारों को रखने की व्यवस्था है। पार्किंग संरचना की कुल क्षमता 680 कारों की रहेगी।

वर्तमान में, संस्थान में पार्किंग की जगह 3,753 कारों को समायोजित कर सकती है। पीजीआई में औसतन रोजाना लगभग 20,000 वाहन परिसर में प्रवेश करते हैं। न्यू ओपीडी के सामने मौजूदा तीन मंजिला पार्किंग में 600 कारें खड़ी की जा सकती हैं। अपर्याप्त जगह के कारण, आगंतुक आंतरिक सडक़ों पर वाहन पार्क करते हैं, जिससे यातायात जाम हो जाता है।

पार्किंग के अलावा संस्थान की ओर से एक और सौगात जल्द लोगों को मिलने जा रही है। पीजीआईएमईआर का 300 बिस्तरों वाला उन्नत माँ और शिशु देखभाल केंद्र 2025 की शुरुआत में तैयार हो जाएगा। 2017 में स्वीकृत, अत्याधुनिक सुविधा का लक्ष्य पूरे उत्तर भारत में मातृ और नवजात देखभाल में महत्वपूर्ण अंतराल को संबोधित करना है। परियोजना की अनुमानित लागत 300 करोड़ है। केंद्र में दो बेसमेंट, एक भूतल और पांच मंजिल हैं, जिसका कुल निर्मित क्षेत्र 43,113.37 वर्ग मीटर है। भवन की कुल ऊंचाई 26.4 मीटर होगी। 208-कार पार्किंग सुविधा और पांच सितारा गृह-रेटेड हरित भवन डिजाइन के अलावा, भवन के चरण 1 में 150 प्रसूति बिस्तर, 104 नवजात देखभाल बिस्तर, एक स्तर एनआईसीयू, मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, उच्च जोखिम वाली मातृत्व इकाइयां होंगी। इसमें एक मानव दूध बैंक भी  रहेगा।

इतना ही नहीं पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़, अप्रैल 2025 तक अपना एडवांस्ड न्यूरोसाइंसेज सेंटर (एएनसी) भी खोल लेगा। 495.31 करोड़ की लागत से बनने वाली 300-बेड की सुविधा विशेष देखभाल प्रदान करेगी और अस्पताल की वर्तमान क्षमताओं को उन्नत करना इसका मकसद है। एएनसी में महत्वपूर्ण और आपातकालीन सेवाओं सहित नवीनतम प्रयोगशाला और सेवाएं शामिल होंगी। सेरेब्रोवास्कुलर सर्जरी, स्कल बेस सर्जरी, स्पाइनल फंक्शनल न्यूरोसर्जरी और ब्रेन सूट जैसी उप-विशेषताएं उपलब्ध होंगी, जिससे मरीजों को विदेश में इलाज कराने की आवश्यकता कम हो जाएगी। केंद्र न्यूरो-क्रिटिकल केयर और आपातकालीन न्यूरोलॉजी सेवाएं भी शुरू करेगा, जिसमें पूरी तरह से सुसज्जित 25 बिस्तरों वाली क्रिटिकल केयर यूनिट और 15 बिस्तरों वाली एक स्वतंत्र 24 घंटे की आपातकालीन सेवा की योजना है।